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Video Album: शक्तिपीठ माँ कल्याणी देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि की आरती

Description:
प्रथम दिन शैलपुत्री जी का 
वन्दे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम् | 
वृषारूढाम् शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् || 
 
  💐शक्ति पीठ मां कल्याणी 💐
💐🙏 देवी मंदिर प्रयागराज🙏💐
यश प्रदान करनेवाली,हाथो में शूल धारणकर वृषभ पर आरूढ,मनोवांछित लाभ प्रदान करनेवाली,जिनके मस्तिष्क पर रहने से अर्ध-चन्द्र शोभित होता है पर्वतराज हिमालय की पुत्री माँ शैलपुत्री को मैं वंदन करता हूं।
 
देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं। दुर्गाजी पहले स्वरूप में 'शैलपुत्री' के नाम से जानी जाती हैं। ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम 'शैलपुत्री' पड़ा। नवरात्र-पूजन में प्रथम दिवस इन्हीं की पूजा और उपासना की जाती है। इस प्रथम दिन की उपासना में योगी अपने मन को 'मूलाधार' चक्र में स्थित करते हैं। यहीं से उनकी योग साधना का प्रारंभ होता है।
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