S.No |
Time |
Program |
1. |
प्रात: ५:३० |
मंगला आरती |
2. |
साय: ७:३० |
महा आरती |
3. |
रात्रि ११:०० |
शयन आरती |
विशेष आयोजन
यहाँ पर वैदिक कर्म काण्डी ब्राह्मणों द्वारा सभी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान, पूजन का कार्यक्रम सुचारू रूप से सम्पन्न कराया जाता है।
शाप्ताहिक मेला एवं शृंगार
प्रति सोमवार एवं शुक्रवार को होता है।
जो भी भक्त गण माँ कल्याणी से प्रेम पूर्वक अर्चन करके माँ का शृंगार एवं पूजन कराते है, उनकी माँ भगवती की कृपा से समस्त कार्य पूर्ण होते है।
मान्यताएं- प्रयाग में यह मान्यता है कि संतान उत्पत्ति, विवाह उपरांत एवं अन्य मंगल कार्यक्रम के उपरांत माँ कल्याणी का दर्शन पूजन एवं शृंगार भक्तगण कराते है। भक्त गण वर्षभर अपने कुल परम्परा अनुसार माँ कल्याणी के दरबार में अपने बच्चे का मुंडन संस्कार, कर्ण छेदन संस्कार, यज्ञोपवीत संस्कार आदि कराते रहते हैं।